गौमूत्र और उससे जुड़ी बातें-1

गौमूत्र का उपयोग जैविक खेती से लेकर चिकित्सा में किया जाता है। जैविक खेती में कीटनियंत्रक के रूप में गौमूत्र का प्रयोग किया जाता है। तरह-तरह के कीटनियंत्रक जैसे दशपर्णी अर्क, पंचपर्णी अर्क इत्यादि में गौमूत्र को मुख्य घटक के रूप में उपयोग किया जाता है। यही नहीं गौमूत्र का Read more…

बैल और किसान

खेतों में हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल-मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म कर सके, यह आम चलन था। हमनें (ईश्वर वैदिक) Read more…

गोमूत्र के फायदे:-

गौ-मूत्र का कहाँ-कहाँ प्रयोग किया जा सकता है। संसाधित किया हुआ गौ मूत्र अधिक प्रभावकारी प्रतिजैविक, रोगाणु रोधक (antiseptic), ज्वरनाशी (antipyretic), कवकरोधी (antifungal) और प्रतिजीवाणु (antibacterial) बन जाता है। ये एक जैविक टोनिक के सामान है। यह शरीर-प्रणाली में औषधि के सामान काम करता है और अन्य औषधि की क्षमताओं Read more…

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